नाम रखने की खातिर प्रकट होते ही रोने लगे थे शिव !
तो किस्सा तब का है, जब ब्रह्माजी के मन में अपने जैसा बेटा करने की ख्वाहिश फूटी. चिंतन करने बैठे तो उनकी गोद में एक बालक प्रकट हुआ और तुरंत…
तो किस्सा तब का है, जब ब्रह्माजी के मन में अपने जैसा बेटा करने की ख्वाहिश फूटी. चिंतन करने बैठे तो उनकी गोद में एक बालक प्रकट हुआ और तुरंत…